विद्युत गृह की चार इकाई बंद होने से ठेका श्रमिकों के सामने रोजगार को लेकर संकट, विधायक से मिले

विद्युत गृह की चार इकाई बंद होने से ठेका श्रमिकों के सामने रोजगार को लेकर संकट, विधायक से मिले
सारनी, (ब्यूरो)। मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड सारणी के सतपुड़ा ताप विद्युत गृह की इकाई क्रमांक छह, सात, आठ एवं नौ नंबर ईकाई के बंद होने के बाद से क्षेत्रीय रहवासी बेरोजगार हो गए जो कि अब रोजगार की ताक में बैठे हुए हैं। जिसको लेकर ठेका मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने क्षेत्रीय विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे से मुलाकात की।
ठेका मजदूर संघ सारनी के ग्रामीण उपाध्यक्ष दिनेश यादव ने बताया कि ठेका श्रमिक पिछले 10 वर्षों से मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड सारणी के सतपुड़ा ताप विद्युत गृह की इकाई क्रमांक छह, सात, आठ एवं नौ नंबर ईकाई के ठेका कार्य से जुड़कर ठेका श्रमिक के रूप में कार्य कर रहे हैं, किंतु चारों इकाई के बंद होने के बाद से सारे ठेके बंद किए जा रहे हैं।
जिसके फलस्वरूप हम ठेका मजदूरों को भी कार्य से बंद कर दिया गया है। इससे पूर्व नवंबर 2018 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा घोषणा की गई थी कि यहां पर एक 660 मेगावाट की ईकाई लगाई जाएगी, जिससे क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा परंतु ना ही हमें रोजगार मिला बल्कि हमारा पुराना रोजगार भी छिन चुका है।
जिसको लेकर ठेका मजदूर संघ सारणी के माध्यम से विधायक से मांग करी गई की ठेका मजदूरों से संकट की घड़ी में रोजगार ना छीना जाए एवं इकाई की स्थापना तक पुरानी ईकाई क्रमांक छह, सात, आठ एवं नौ को चालू रख रखा जाए क्योंकि इसे 2 से 3 वर्ष तक और चलाया जा सकता है।
संघ के पदाधिकारियों ने विधायक को बताए कि जनरेटिंग कंपनी में 1 अप्रैल को बिरसिंहपुर में अपने 210 मेगावाट के प्लांटों को रिजर्वेशन हेतु निविदा निकाली है। कुछ ऐसी ही पहल सतपुड़ा ताप विद्युत गृह की 210 मेगावाट की यूनिट 1 लिए भी हो तो विद्युत ग्रह कुछ समय और चल सकता है, साथ ही दैनिक पेपरों के माध्यम से यह पता चला कि यहां के कर्मचारी को अन्य जगहों पर स्थानांतरित किया जा रहा है जिससे पूरा क्षेत्र बिरान हो जाएगा।
इस विषय पर भी विचार विमर्श किया जाए ताकि क्षेत्र विरान ना हो। वही विधायक को लगभग 300 से अधिक श्रमिकों ने हस्ताक्षर करके ज्ञापन सौंपा और उनसे अपने रोजगार को बचाने की मांग करी।