ग्रीष्मकालीन खेल शिविर के बच्चो ने निकाली पर्यावरण बचाव को लेकर जागरूक रैली
सारनी। पर्यावरण दिवस के अवसर पर ग्रीष्मकालीन खेल शिविर के बच्चो ने सुबह वन फारेस्ट ऑफिस में वनभोज किया एवं शाम को नगर में पर्यावरण बचाव को लेकर लोगो जागरूक करने के लिए रैली निकाली गयी। प्राप्त जानकारी के अनुसार उत्कल स्पोर्ट्स सारनी के तत्ववधान में खेल व युवा कल्याण विभाग के माध्यम से सुपर एफ हाईस्कूल फुटबॉल ग्राउंड सारनी में चलाए जा रहे ग्रीष्मकालीन खेल प्रक्षिक्षण में सम्मिलीत प्रशिक्षणार्थियों को पर्यावरण दिवस के अवसर पर सुबह के समय वन विश्राम गृह सारनी वन वाटिका का भ्रमण कराकर वन्य भोज का आनंद लिया गया।
उत्कल स्पोट्स सारनी के कोच संचालक रंजीत डोंगरे ऑल इंडिया फुटबॉल वरिष्ठ खिलाड़ी ने बताया कि दूसरी ओर शाम को बच्चो ने पर्यावरण दिवस के अवसर पर हाईस्कूल ग्राउंड सारनी से रैली के माध्यम से नगर के मुख्यमार्गों से होकर ग्राउंड में रैली का समापन किया गया। जिसमें समर के खिलाड़ीयो ने तख्तियों में पर्यावरण बचाव के नारे लिखकर एव जल ही जीवन है, वक्ष लगाओ जीवन बचाओ, सांसे हो रही हैं आओ पेड़ लगाए हम, बन्द करो भाई बन्द करो पेड़ काटना बन्द करो का नारा लगाकर कर लोगो को जागरूक करने का प्रयास किया गया। जिसमें रैली हाईस्कूल फुटबॉल ग्राउंड सारनी से सुपर एफ हाईस्कूल रोड, कन्या शाला, जी टाइप, ओल्ड एफ, शॉपिंग सेंटर, से आशीष मेडीकल रोड होकर फिर रैली मैदान में पहुँची रैली।
वही दूसरी ओर प्रातः काल के समय वॉलीबॉल के मप्र पा ज कि ली सारनी के आल इंडिया वरिष्ठ खिलाड़ी काशीराम चौंकीकर एवं महीला बाल विकास कर्मी सरिता राजुरकर ने दोनों अतिथियों ने पर्यावरण दिवस पर पेड़ो पौधो व पर्यावरण को कैसे बचाया जाना चाहिए, पेड़ लगाना जल का महत्व इत्यादि वन व खेल का जीवन में महत्व के बारे में बताया गया। वही प्रशिक्षणार्थीयो को काशीराम चौंकिकर के सौजन्य से दो टाइम का अल्पाहार उपलब्ध कराया गया। जिसमे आज बच्चो को वन्य भोज के साथ साथ श्री चौकीकर द्वारा उपलब्ध पौष्टिक आहार केला व मिष्ठान्न का वितरण उनके हाथों से बच्चों को कराया गया।
इस अवसर पर बच्चो ने पर्यावरण दिवस पर अपने विचार भी रखे और वन भृमण में बोधकथा, शिक्षाप्रद कहानी, अंताक्षरी, चुटकले, कविताएं, इत्यादि आनंद ये साथ बच्चो का बौद्धिक स्तर बढ़े ऐसे आयोजन किये गए। जिसमे समर के कोच रंजीत डोंगरे, बिरंची महानंद, जय सिंदूर, लखबीर डोंगरे, राकेश डोंगरे, रामप्रसाद दास, रोमांच डोंगरे, मुकेश नागले, निखिल सोना, मोंटू सिंदूर व बच्चो के परिजन भी मौजूद थे।