सारनी पुलिस ने किया गोली चलाने की घटना का पर्दाफाश, फरियादी ही निकला आरोपी
सारनी। शोभापुर में चर्चित गोली कांड का सारनी पुलिस ने खुलासा किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार को एसडीओपी रोशन कुमार जैन एवं टीआई रत्नाकार हेंगवे ने थाना परिसर में आयोजित पत्रकार वार्ता में गोली कांड का खुलासा किया है।
एसडीओपी जैन ने बताया कि 26 मई को फरियादी अरुण पिता अशोक कुरारिया ने रिपोर्ट किया कि उसके मोहल्ले में रहने वाले दिलीप गुलबाके ने उसके पास आकर तू यहां खड़ा क्यों हैं। यह कह कर पिस्टल से गोली मार दी। रिपोर्ट पर अपराध धारा 307 भादवि का कायम कर विवेचना मे लिया गया। पुलिस अधीक्षक बैतूल सिमाला प्रसाद के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज सोनी, एसडीओपी रोशन कुमार जैन के मार्ग दर्शन में टीम गठित की गई। जांच टीम ने विवेचना में पाया कि दिलीप गुलबाके एम्स अस्पताल भोपाल में अपने मानसिक बिमारी का इलाज के लिए 21 मई से भर्ती हैं। विवेचना के दौरान घटना स्थल का सूक्ष्म निरीक्षण किया गया व फरियादी अरुण कुरारिया से गहनता से पुछताछ की गई। अरुण ने खुद पर गोली चलाने की बात स्वीकार किया।
फरियादी/आरोपी ने इसे बनाई कहानी
अरूण करारिया ने कहा कि 25-26 मई कि रात्रि खाना खा कर अपनी गाड़ी मालवीय लॉन के पास पहुचा जहां उसके पास पूर्व में खरीदी हुई रिवॉल्वर को कई बार चलाने का प्रयास किया परन्तु वह नही चली। यह समझा कि पिस्टल खराब हैं। व सिने के पास पिस्टल लगा कर चलाई तो रिवाल्वर चल गई व खून निकलने लगा तो अरुण घबरा गया व सोचा कि डॉक्टर के पास इलाज करने जाउगा व मुझसे घटना के संबंध में पूछेगा इसलिये उसने आनन-फानन में उसके पूर्व के दुशमन दिलीप गुलबाके के नाम से रिपोर्ट डला दी जिससे उसका इलाज हो सके।
मामले का पर्दाफाश करने में इनकी रही अहम भूमिका
गोली कांड का पर्दाफाश करने में अहम भूमिका निरीक्षक रत्नाकर हिंगवे थाना प्रभारी सारनी, निरीक्षक ए.आर खान थाना प्रभारी चोपना, उपनिरीक्षक राहुल रघुवंशी, सहायक उपनिरीक्षक एस एम हुसैन, सहायक उपनिरीक्षक रामेश्वर सिंह, प्रधान आरक्षक शैलेन्द्र सिंह, प्रधान आरक्षक अरविन्द्र सिंह, आरक्षक गजानन्द की अहम भूमिका रही।