ग्रामीण को नहीं मिला पीएम आवास
जुन्नारदेव, (दुर्गेश डेहरिया)। मिट्टी के मकानों की कब बदलेगी सूरत देश में प्रधानमंत्री आवास देकर तस्वीर बदलने की बात तो की जाती है। लेकिन धरातल पर आज भी स्थिति पहले की तरह ही नजर आ रही है। नतीजा जनपद पंचायत के ग्राम कोल्हिया में मुन्ना लाल मिस्त्री का मकान इस बारिश में कहीं धरा शाही ना हो जाए मुन्नालाल बताते है। कि कई बार पीएम आवास के लिए फॉर्म भर का दिया लेकिन उनका चयन नहीं हुआ अब हम जैसे लोगों को अगर इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा तो किसको मिलेगा उनका सवाल है।
ग्राम क्षेत्रों में मिट्टी के मकान इस बारिश में गिर सकते है। गांव में कच्चे मकानों की कमजोर हो चली छतों से बारिश का पानी गृहस्थी का समान भिगोने में इंतज़ार कर रहा है। गरीब जनता हर साल जीर्ण उद्धार करा के बरसात काट लेती और फिर योजना की आस में समय व्यतीत होता लेकिन पक्के मकान का सपना अधूरा ही रहता है।