ग्राम भारती महिला मंडल संस्था का आशा कार्यक्रम के राज्य कार्यक्रम अधिकारी ने किया दौरा
सारनी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन भोपाल, मध्य प्रदेश के राज्य कार्यक्रम अधिकारी (आशा कार्यक्रम) डॉ. शैलेश शाकल्ले ने शोभापुर कॉलोनी स्थित ग्राम भारती महिला मंडल का दौरा किया। टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत चल रहे 100 दिवसीय ‘निःक्षय अभियान’ के प्रभारी के रूप में जिले के दौरे पर आए डॉ. शाकल्ले ने संस्था कार्यालय का भी निरीक्षण किया।
भारती अग्रवाल के प्रयासों की सराहना करते हुए डॉ. शाकल्ले ने कहा कि यह संस्था महिला उत्थान और विभिन्न आजीविका संबंधी कार्यों में सराहनीय योगदान दे रही है। उन्होंने संस्था और कर्मचारियों के उज्जवल भविष्य की कामना भी की।
अपने दौरे के दौरान, डॉ. शाकल्ले ने संस्था कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश में वर्ष 2025 तक टीबी के उन्मूलन को गति देने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा ‘निःक्षय अभियान’ चलाया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य टीबी रोगियों के उपचार परिणामों में सुधार लाना और 2025 तक टीबी को समाप्त करने की भारत की प्रतिबद्धता को पूरा करने में समुदाय/समाज की भागीदारी को बढ़ाना है।
उन्होंने ‘निःक्षय मित्र’ पहल के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह पहल टीबी के इलाज के दौरान अतिरिक्त पोषण सहायता सुनिश्चित करती है। ‘निःक्षय मित्र’ वे व्यक्ति होते हैं जो ग्राम/ब्लॉक/शहरी वार्डों/ज़िलों में टीबी के मरीजों को पोषण संबंधी सहायता के लिए ‘फूड बॉस्केट’ प्रदान करते हैं। एक ‘फूड बॉस्केट’ की अनुमानित कीमत 500-600 रुपये तक होती है, और टीबी के एक मरीज को इलाज के दौरान कम से कम छह ‘फूड बॉस्केट’ की आवश्यकता होती है। निःक्षय मित्र स्वेच्छा से एक या एक से अधिक ‘फूड बॉस्केट’ भी प्रदान कर सकते हैं।
इस अवसर पर, डॉ. शैलेश शाकल्ले ने संस्था अध्यक्ष भारती अग्रवाल को ‘निःक्षय मित्र’ बनाया। अग्रवाल ने जिले में एक टीबी मरीज को छह महीने का ‘फूड बॉस्केट’ प्रदान करने की सहमति दी और अन्य लोगों को भी इस अभियान से जोड़ने का आश्वासन दिया।इस भ्रमण कार्यक्रम में डॉ. शैलेश शाकल्ले के साथ जिला समन्वयक कमलेश मसीह और जिला टीबी कार्यक्रम समन्वयक अजय नागले भी उपस्थित थे।